तकदीर के खेल।

1.🔜*तकदीर के खेल से*
नाराज नहीं होते*। 
जिंदगी में कभी*
उदास नहीं होते*। 
हाथों किं लक़ीरों पे*
यक़ीन मत करना*। 
तकदीर तो उनकी भी होती हैं ,*
जिन के हाथ ही नहीं होते*।
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2.🔜*"चरण उनके पूजे जाते है.* 
              *जिनके आचरण पूजने योग्य हो"*  
  *"अगर इन्सान की पहचान करनी हो तो*
                      *सूरत से नही. चरित्र से करो...."*
       *"क्यूंकि सोना*
                    *अक्सर लोहे की तिजोरी में*
            *ही रखा जाता है.!!
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